

पंजाब सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत खडूर साहिब के सांसद और कट्टरपंथी सिख नेता अमृतपाल सिंह की नजरबंदी को एक और साल के लिए बढ़ाने जा रही है। पंजाब सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में बताया कि इस संबंध में 32 वर्षीय एनएसए बंदी को नोटिस जारी किया जा रहा है, जो अप्रैल 2023 से असम के डिब्रूगढ़ की जेल में बंद है। नाम न बताने की शर्त पर अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा चिंताओं को ध्यान में रखते हुए राज्य और केंद्रीय एजेंसियों के बीच विचार-विमर्श के बाद अमृतपाल की हिरासत बढ़ाने का फैसला लिया गया। वारिस पंजाब दे संगठन का नेतृत्व करने वाले अमृतपाल को पंजाब पुलिस द्वारा एक महीने तक की तलाशी के बाद 23 अप्रैल, 2023 को मोगा जिले के रोडे गांव से गिरफ्तार किया गया था। यह कार्रवाई उनके समर्थकों द्वारा 23 फरवरी को अमृतसर जिले के अजनाला पुलिस स्टेशन पर उनके एक साथी लवप्रीत तूफान की रिहाई की मांग के बाद की गई थी। 2023 में डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल के सभी नौ साथियों को अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमले की जांच में शामिल होने के लिए हाल ही में पंजाब वापस लाया गया।पंजाब सरकार ने पुलिस हिरासत में बंद नौ आरोपियों की एनएसए हिरासत को नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। वे हैं बसंत सिंह, भगवंत सिंह बाजेखाना, गुरुमीत सिंह बुक्कनवाला, सरबजीत कलसी, गुरिंदर पाल सिंह, हरजीत सिंह, कुलवंत सिंह, पप्पलप्रीत सिंह और वरिंदरपाल जोहल।