

Pradeep Mishra Katha: मेरठ के शताब्दीनगर में चल रही पंडित प्रदीप मिश्रा की शिवमहापुराण के दाैरान भीड़ अनियंत्रित हो गई। इस दाैरान कई महिलाए एंट्री को लेकर गिर पड़ीं। उन्हें मामूली चोट आई हैं, उन्हें दूसरे गेट से एंट्री दिलाई गई। कथा सुचारू रूप से जारी है।
आज ढाई लाख पहुंची श्रद्धालुओं की संख्या
हर दिन जहां डेढ़ लाख श्रद्धालु कथा सुनने पहुंच रहे थे वहीं आज श्रद्धालुओं की संख्या ढाई लाख पहुंच गई। बताया गया कि व्यवस्था बनाने में काफी दिक्कत आई। भीतर की तरफ पंडाल पूरी तरह फुल हो गया, जबकि बाहर बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्र हो गए थे। इनमें काफी संख्या में महिलाएं भी थीं। बाहर जमा श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी का माहाैल बन गया। इस दाैरान कई महिलाएं मामूली रूप से चोटिल हो गईं।
ये बोले आयोजक
हालांकि आयोजकों को कहना है कि कथा स्थल पर भगदड़ नहीं मची बल्कि बाहर ज्यादा संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, ऐसे में पंडाल के बाहर जमा श्रद्धालुओं की व्यवस्था बनाने में परेशानी हुई। इस दाैरान कुछ महिलाएं गिर गईं। बताया गया कि कथा स्थल के सभी पंडाल फुल हो चुके थे। जितनी जनता पंडाल के अंदर थी, उससे ज्यादा पंडाल के बाहर रही। आखिरी दिनों में कथा में शामिल होने के लिए दूर दूर से श्रद्धालु पहुंचे थे। जगह फुल होने के कारण कई जगह बैरिकेडिंग की गई।
गुरुवार को कथा में बोले प्रदीप मिश्रा, मिट नहीं सकती सनातन की सुगंध
शताब्दीनगर में चल रही शिव महापुराण कथा में गुरुवार को कथा व्यास पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि परमात्मा ने जो भी अवसर दिए हैं, उनका सदुपयोग करें। अगर सदुपयोग कर लिया तो फिर कोई आपको गिराने वाला नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म दैवीय सुगंध है। सनातन की सुगंध को कोई मिटा नहीं सकता। कथा में महामंडलेश्वर अनंतदास महाराज (फ्लाइट बाबा) भी पहुंचे। पूर्व सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने व्यास पीठ का पूजन किया। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि अगर कोई असमर्थ बालक या बालिका को शिक्षा दिलवा सके तो इससे बेहतर कोई दान नहीं है।
महीने में एक शिवरात्रि, वर्ष में बारह शिवरात्रि और महाशिवरात्रि आती है, वहीं शिव कथा के मध्य में नित्य ही शिवरात्रि आती है। कथा से पूर्व वीआईपी पंडाल से कुर्सी हटा दी गई। कुर्सी हटाने पर उन्होंने कहा कि बहुत प्रसन्नता हो रही वीआईपी वालों के घुटने मेरे भोले बाबा ने सही कर दिए हैं। सभी नीचे जमीन पर आराम से बैठे हैं।
अंतिम दिन व्यवस्था बनाने में छूटे आयोजकों के पसीने
कथा के दौरान छठे दिन भारी भीड़ से अव्यवस्था हावी रही। भीड़ अधिक होने के कारण हर तरफ बैरिकेडिंग की गई थी। वीवीआईपी कार्ड धारकों को गेट नंबर 1 से अंदर भेजा जा रहा था। इसी दौरान काफी संख्या में महिलाएं इस गेट की ओर चली आईं। पुलिस ने इस गेट से महिलाओं को जाने से रोका तो इसी दौरान कुछ महिलाएं पीछे लौटते समय नीचे गिर गईं।
नीचे गिरी महिलाओं को अन्य श्रद्धालुओं ने उठाया। इसी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे कथा में भगदड़ की अफवाह फैल गई। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि कथा में किसी तरह की कोई भगदड़ नहीं मची है। कोई घायल नहीं हुआ है, कथा सुचारू रूप से चल रही है। भगदड़ की सूचना अपवाह है। एसपी क्राइम भी माैके पर माैजूद हैं।