

हिंदू स्वाभिमान परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित मूलचंद शर्मा के नेतृत्व में बुधवार को गांधी आश्रम प्रांगण में एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें संगठन के राष्ट्रीय प्रभारी सुशील वर्मा ने बताया कि कुछ दिन पहले हिंदू स्वाभिमान परिषद द्वारा जैन समाज के लोगों के पलायन के विषय में जो आवाज उठाई गई थी, उसमें धर्मविरोधी दशमीत ओबेरॉय द्वारा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर गांधी आश्रम के धरने को समाप्त करने के लिए 2 लाख रूपये लेने का आरोप लगाया था। उन्होंने इसका पूर्णता खंडन करते हुए कहा कि अगर संगठन का इस प्रकार से कोई लेन-देन होता तो संगठन के जिलाध्यक्ष अनंत देव कौशिक द्वारा कल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे द्वारा गांधी आश्रम भ्रष्टाचार का मुद्दा ना उठवाया गया होता। सुशील वर्मा ने कहा कि हिंदू स्वाभिमान परिषद द्वारा पीएम मोदी और सीएम योगी सरकार द्वारा चलाए जा रहे जीरो टॉलरेंस नीति पर कार्य किया जा रहा है। इस प्रकार के मूर्खतापूर्ण आरोप लगाकर हिंदू स्वाभिमान परिषद को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। इस अवसर पर क्षेत्रीय श्री गांधी आश्रम के पदाधिकारी महेश पंत, जुगनू यादव, प्रेमचंद, अनंत देव कौशिक, सानू प्रजापति आदि उपस्थित रहे।