

राजनीतिक रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने मंगलवार को जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से जुडे मुस्लिम नेताओं से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर संसद में वक्फ विधेयक पारित होने में बाधा डालने के लिए दबाव बनाने का आह्वान किया।किशोर यहां अपनी जन सुराज पार्टी द्वारा आयोजित ‘इफ्तार’ के दौरान पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। आईपैक के संस्थापक किशोर ने कहा, ‘‘अगर संसद से वक्फ कानून पारित होता है तो इसके लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ-साथ नीतीश कुमार भी जिम्मेदार होंगे। जदयू के पास इस कानून को पास होने से रोकने के लिए पर्याप्त संख्या है। जन सुराज और प्रशांत किशोर वक्फ कानून के पूरी तरह खिलाफ हैं। मुस्लिम समुदाय वक्फ बिल से असहज महसूस कर रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जन सुराज पार्टी और प्रशांत किशोर का वक्फ विधेयक पर स्पष्ट रुख है। हम इस कानून का विरोध करते हैं, जिसे हमारे 20 करोड़ मुस्लिम भाइयों और वक्फ में हिस्सेदारी वाले लोगों से परामर्श किए बिना लाया गया है।’’ किशोर ने कहा, ‘‘विभिन्न दलों के सदस्य इस विधेयक का सही विरोध कर रहे हैं। आप लोगों पर चीजें थोप नहीं सकते लेकिन इसके लिए सड़कों पर भी लड़ाई लड़ने की जरूरत है।’’ जदयू के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किशोर ने कहा, ‘‘अगर विधेयक पारित हो जाता है, तो इसका दोष निश्चित रूप से भाजपा पर आएगा जो इस कवायद के पीछे है। लेकिन नीतीश कुमार भी कम जिम्मेदार नहीं होंगे।’’ किशोर को नीतीश कुमार के साथ विवाद के बाद पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा जदयू के 12 सांसदों की मदद से केंद्र की सत्ता में बनी हुई है। इसलिए मैं नीतीश कुमार से आग्रह करूंगा कि वे अपने प्रभाव का इस्तेमाल करें और विधेयक को पारित होने से रोकें। मैं जदयू के मुस्लिम नेताओं से भी आग्रह करता हूं कि वे इसके लिए नीतीश कुमार पर दबाव डालें।