

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की गोमतीनगर थाना पुलिस ने मंगलवार को रियल एस्टेट कंपनी अंसल समूह पर धोखाधड़ी, विश्वासघात, आपराधिक साजिश, संगठित अपराध समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है।पुलिस ने मंगलवार की रात यह जानकारी दी। यह प्राथमिकी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अधिकारियों को निर्देश दिए जाने के एक दिन बाद दर्ज की गयी है। मंगलवार शाम लखनऊ के गोमती नगर पुलिस थाने में दर्ज की गई प्राथमिकी में ‘अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रा लिमिटेड’ के प्रवर्तक, प्रणव अंसल, सुशील अंसल, सुनील कुमार गुप्ता, फ्रेन्सिटी पत्रिका एटकिंसन और विनय कुमार सिंह (निदेशक) के नाम शामिल हैं।
इनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 316(5) (आपराधिक विश्वासघात), 318(4) (धोखाधड़ी), 338 (मूल्यवान सुरक्षा, वसीयत आदि की जालसाजी), 336(3)(धोखाधड़ी के लिए जालसाजी), 340(2) (जाली दस्तावेज को असली के रूप में उपयोग करना), 61(2)(आपराधिक साजिश), 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) आदि संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच प्राथमिकता पर की जाएगी। इससे पहले मुख्यमंत्री ने मंगलवार को विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान अंसल समूह के मामले पर समाजवादी पार्टी को जमकर आड़े हाथों लिया।
उन्होंने कहा, ‘‘अंसल ने एक भी खरीदार के साथ धोखा किया तो उसकी सारी संपत्ति जब्त कर लेंगे। दोषियों को पाताल से भी खोज कर लाएंगे और उन्हें सजा दिलाएंगे।’’ योगी ने कहा, ‘‘अंसल समूह सपा की ही उपज थी। सपा के समय ही अंसल की अवैध मांगों को पूरा किया गया और निवेशकों एवं घर खरीदारों के साथ धोखा किया गया।