

नगर पालिका में एडीएम प्रशासन व एसडीएम के आदेश के बाद भी पालिका कार्यालयों के गेट नहीं खुले हैं। स्थानीय लोगों को खिड़की से कार्य कराने पड़ रहे हैं। जबकि कार्यालयों में बने कर्मचारियों के काउंटर खिड़की से काफी दूर हैं। कर्मचारी अपनी सीट से खिड़की तक उठकर नहीं आना चाहते। काफी देर तक फरियादी खिड़की पर कर्मचारियों को आवाज देते रहते हैं, जबकि अंदर बैठे कर्मचारी हंसी मजाक करते रहते हैं। नगर पालिका पहुंचे स्थानीय निवासी आस मोहम्मद, सुनील, दीपक, कामिल आदि ने बताया कि वह सोमवार को नगर पालिका में काम से गए थे। किसी को टैक्स जमा करना था तो तो किसी को जन्म प्रमाणपत्र के लिए आवेदन करना था। काफी देर तक खिड़की पर खड़े रहने बाद जब किसी भी कर्मचारी ने नहीं सुना तो उन्होंने प्रधान लिपिक से शिकायत के लिए खिड़की से आवाज लगाई, लेकिन प्रधान लिपिक के कार्यालय से भी कोई जवाब नहीं आया तो वह लौट आए। कार्यालय के बाहर बैठे कर्मचारी ने उन्हें ईओ से भी नहीं मिलने दिया। जबकि सुबह 10 से की के कसुबह 10 से 12 बजे तक जनता समस्या को सुनने के लिए सरकार आदेश हैं। जब से पालिका के कर्मचारियों की एंटी करप्शन विभाग में शिकायत की गई है तब से पालिका अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अपने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए जनता को परेशान किया जा रहा है। अपने काम के लिए लोग खिड़की पर काफी देर तक खड़े रहते हैं। अधिकारियों ने पालिका के सभी गेट खुलवाने के निर्देश दिए थे, लेकिन खिड़की से काम करने के लिए पालिका का एक भी कार्यालय तैयार नहीं है। खिड़की से कई मीटर दूर कर्मचारियों के काउंटर बने हैं। काउंटर बने हैं। फरियादी खिड़की से केवल आवाज लगाते रह जाते हैं। स्थानीय लोगों ने उच्च अधिकारियों से शिकायत करने की बात कही है।