

खैरनगर स्थित उपा मेडिकल स्टोर पर रविवार को ड्रग्स विभाग ने छापेमारी की है। यह यही दुकान है जहां से मुस्कान ने सौरभ की हत्या में इस्तेमाल किए गए बेहोशी के इंजेक्शन खरीदे थे। जानकारी के अनुसार, मुस्कान ने एक बुजुर्ग व्यक्ति को अपना पिता बताकर यह दवाई खरीदी थी। विभाग के अधिकारियों के अनुसार ऐसी दवाइयां केवल डॉक्टर के ग्रस्क्रिप्शन पर ही दी जा सकती हैं। वहीं, स्टोर संचालक का कहना है कि उन्होंने डॉक्टर के पर्चे पर ही दवा दी थी। उनके अनुसार रोजाना हजारों ग्राहक दवाई लेने आते हैं, इसलिए मुस्कान किसके साथ आई थी, यह याद नहीं है। वहीं, ड्रग्स विभाग की टीम ने मेडिकल स्टोर का स्टॉक चेक किया और सीसीटीवी फुटेज भी देखी। टीम ने एंटी डिप्रेशन सहित अन्य दवाइयों के रिकॉर्ड की भी जांच की। अधिकारियों ने कहा कि अगर बिना पर्ने दवाइयां देने का मामला सामने आया तो स्टोर का लाइसेंस रद्द करने के साथ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि सौरभ की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नशीले इंजेक्शन का प्रयोग सामने आया था, जिसके बाद साहिल और मुस्कान को जेल भेजा गया है।