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  • इमरजेंसी में बैडों की संख्या बढ़ेंगी, ब्लडबैंक की भी मिलेगी सुविधा
  • 100 बैड का क्रिटिकल केयर युनिट भी इसी साल अंत तक होगा शुरू
  • हैपेटाइटिस बी और सी की समेत एचआईवी डायलिसिस की भी होगी शुरूआत
  • इमरजेंसी में आज से ही सिटी स्केन की भी सुविधा मिलेगी
  • वर्किँग लेडीज के लिए क्रच की सुविधा जल्द
    एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में आज से मरीजों के लिए कई नई सुविधाएं आरंभ करने की तैयारी है। इनमें इमरजेंसी में बैडों की संख्या बढ़ाने से लेकर ब्लडबैंक और ट्रामा सेंटर में मरीजों को 24 घंटे से ज्यादा तक रखने की सुविधा शामिल है। इसके साथ ही ऐसे मरीज जिनको बार-बार डायलिसिस की जरूरत होती है उन्हें भी यह सुविधा मेडिकल इमरजेंसी में उपलब्ध हो सकेगी।
    मंगलवार को मेडिकल के प्रिंसिपल डा आरसी गुप्ता ने एजेंडा 2025 को लेकर पत्रकारों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने आगामी वर्ष में मेडिकल में मरीजों के लिए कौन-कौन सी नई सुविधाएं शुरू करने की तैयारी है इसकी जानकारी दी।
  • इमरजेंसी में बढ़ेगी बैडों की संख्या
    डा आरसी गुप्ता ने बताया इस समय मेडिकल की इमरजेंसी में महज 55 बैड है जिनपर हर समय गंभीर मरीजों का इलाज चलता रहता है। ऐसे में इन मरीजों को 24 घंटे बाद दूसरे वार्डो में शिफ्ट करना पड़ता है क्योंकि जो मरीज वेटिंग में रहते है उन्हें भी इलाज की सुविधाएं देना जरूरी है। लेकिन अब इमरजेंसी के ऊपर एक और मंजिल बनकर लगभग तैयार है जिसमें इमरजेंसी के मरीजों के लिए अलग से 60 बैडों की व्यवस्था की जा रही है। इसका सीध लाभ उन मरीजों को मिलेगा जो गंभीर है और उन्हें इमरजेंसी में ही इलाज की सुविधाएं मिलना जरूरी है।
  • 100 बैडों का क्रिटिकल केयर युनिट भी जल्द होगा शुरू
    गंभीर मरीजों के लिए किटिकल केयर युनिट तो है लेकिन उसमें भी बैडों की संख्या काफी सीमित है। 2025 में ही इमरजेंसी के पास ही 100 बैडों का नया क्रिटिकल केयर युनिट बनकर तैयार हो जाएगा जिसके बाद गंभीर मरीजों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।
  • हैपेटाइटिस बी व सी के साथ एचआईवी की डायलिसिस की सौगात
    मेडिकल में इस समय डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध तो है लेकिन इसके लिए भी मारामारी रहती है। अब जल्द ही हेपेटाइटिस बी व सी के साथ एचआईवी के मरीजों को भी डायलिसिस की सुविधा मिलने जा रही है। इससे डायलिसस कराने वाले मरीजों को काफी लाभ मिलेगा। बेहद कम कीमत पर यहां हर तरह के जरूरतमंद मरीजों की डायलिसिस हो सकेगी।
  • सिटी स्केन के लिए नहीं भटकना पड़ेगा
    इमरजेंसी में मरीजों को आज से ही सिटी स्कैन की सुविधा मिलने जा रही है। पहले मरीजों को सिटी स्कैन के लिए रेडियोलॉजी विभाग जाना पड़ता था और वहां भी लंबी वेटिंग होने के कारण निजी लैबों का सहारा लेना पड़ता था। लेकिन अब इमरजेंसी में सिटी स्कैन की सुविधा सरकारी कीमत पर ही उपलब्ध होने जा रही है।
  • मेडिकल कैंपस का होगा सौंदर्यकरण
    मेडिकल कॉलेज प्रांगण का जल्द ही कायाकल्प होने जा रहा है, पूरे कैँपस में हार्टिकल्चर के साथ पार्को का सौंदर्यकरण होने जा रहा है। इसका सीधा फायदा मरीजों और यहां हॉस्टल में रहने वाले जूनियर व सीनियर रेजिडेंट डाक्टर्स के साथ परमानेंट स्टॉफ को मिलेगा। इसके साथ ही मरीजों के तीमारदारों को यहां के अच्छे और सुंदर वातावरण में आने के बाद तनाव से छुटकारा मिलेगा।
  • मेडिकल के स्टॉफ को भी मिलेंगा चिकित्सा सुविधाओं का लाभ
    अभीतक मरीजों की सेवा और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने वाले मेडिकल के स्टॉफ को ही सुविधाएं नहीं मिल पाती थी। लेकिन जल्द ही स्टॉफ व उनके पूरे परिवार का पूरा मेडिकल चैकअप व इलाज की सुविधा उपलब्ध होने जा रही है। ऐसे वर्किंग लेडीज जिनके छोटे बच्चे है उनके लिए क्रच की सुविधा होगी जिसमें वह अपने बच्चों को छोड़कर ड्यूटी कर सकतीं है।
    इसी तरह की अनेको सुविधाएं मेडिकल में नए साल से मिलने जा रहीं है जिनके आरंभ होने के बाद यहां का वातावरण एकदम बदल जाएगा।

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