मेरठ। गंगानगर स्थित दादा-दादी निवास वृद्धाश्रम में ऐसे बुजुर्ग लोग रहते है जिन्हें उनके अपनों ने ही ठुकरा दिया है। दिवाली के मौके पर जब इन बुजुर्गो की आंखें अपनों का इंतजार कर रहीं थी तो कुछ समाजसेवी इनसे मिलने पहुंचे जिसके बाद बुजुर्गो की आंखें भर आई। यह खबर अपोजीशन ने प्रमुखता से चलाई जिसके बाद रामायण के राम और सांसद अरूण गोविल वृद्धाश्रम पहुंचें।
शुक्रवार को जब सांसद अरूण गोविल दादा-दादी निवास पहुंचे तो यहां रहने वाले बुजुर्गो की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बतातें चले कि अरूण गोविल को आज भी भगवान राम के रूप में देखा जाता है। ऐसे में जब उन्होंने आश्रम की संचालिका नम्रता शर्मा से मिलकर आश्रम के हाल जाने तो ऐसा लगा मानों भगवान राम खुद बुजुर्गो से मिलने पहुंचे है। नम्रता शर्मा ने बताया इस समय आश्रम में कुल 34 बुजुर्ग रहते है जिन्हें वह अपने परिवार की तरह मानती है और उनकी हर जरूरत का ध्यान रखती है। गौर करने वाली बात यह है कि इस आश्रम को आजतक सरकार से कोई मदद नहीं मिलती, जो भी यहां दान आता है उसी से सबका गुजारा चल रहा है। सांसद अरूण गोविल ने आश्रम संचालिका को सरकार से मदद दिलाने का आश्वासन दिया है।

