

मेरठ। आईआईएमटी विश्वविद्यालय में दिनांक 20 अप्रैल 2025 को भारतवर्ष का प्रथम अनूठा कार्यक्रम ज्योतिष समागम 2025 का आयोजन किया जा रहा है। ज्योतिष समागम 2025 में विश्वभर से आए प्रतिष्ठित 67 ज्योतिष विशेषज्ञ कार्यक्रम में रजिस्ट्रेशन कराने वाले लोगों को निःशुल्क परामर्श प्रदान करेंगें। ज्योतिष समागम 2025 के संबंध में जानकारी प्रदान करने हेतु आई आई एमटी विश्वविद्यालय में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री योगेश मोहनजी गुप्ता जी ने बताया की रविवार दिनांक 20 अप्रैल 2025 को आईआईएमटी विश्वविद्यालय में ज्योतिष समागम 2025 का आयोजन किया जा रहा है। ज्योतिष समागम 2025 भारतवर्ष का अनूठा कार्यक्रम होगा जिसमें 67 से अधिक ज्योतिषाचार्य एक साथ एकत्रित होंगे और लोगों को ज्योतिष परामर्श देंगे। कुलाधिपति जी ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र का बढ़ावा देने के लिए आईआईएमटी विश्वविद्यालय में ज्योतिष और वास्तु में डिप्लोमा और सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश शुरू किए गए हैं। इन पाठ्यक्रमों में विशेषज्ञों द्वारा दी जाने वाली गहन जानकारी प्राप्त को करने के बाद ज्योतिष शास्त्र के क्षेत्र में करियर बनाया जा सकता है।
डॉ0 अरूण बंसल जी, अध्यक्ष एआईएफएएस ने बताया कि ज्योतिष समागम में विख्यात ज्योतिषाचार्यों द्वारा वैदिक ज्योतिष, अंक ज्योतिष, टैरो कार्ड रीडिंग, हस्तरेखा शास्त्र, वास्तु परामर्श, रेकी, औरा, फेस रीडिंग, नाड़ी, प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से विशेष परामर्श दिया जाएगा।पंडित ब्रिजभूषण शर्मा जी ने बताया कि ज्योतिष समागम में प्रख्यात ज्योतिषाचार्य कार्यक्रम में आने वाले लोगों को रोज़गार, प्रेम, विवाह, धन-संपत्ति, स्वास्थ्य, शिक्षा, विदेश यात्रा सहित अन्य किसी भी सवाल का ज्योतिष के माध्यम से उत्तर देंगे। अधिक जानकारी के लिए मो0 नंबर 9368433275 पर संपर्क किया जा सकता है। पत्रकार वार्ता में ज्योतिषाचार्य आशा त्यागी ने पत्रकारों के प्रश्नों का ज्योतिषिय गणना के मुताबिक जवाब दिया। उन्होंने बताया कि हमारे प्रत्येक प्रश्न का हल ज्योतिष गणना से पाया जा सकता है। किंतू इसके लिए सही ज्योतिषिय गणना करना बेहद आवश्यक है।
ज्योतिषाचार्य दीपाली वर्मा ने कहा कि ज्योतिष शास़्त्र का उचित ज्ञान प्राप्त करने के बाद ही उचित गणना की जा सकती है। ज्योतिष के क्षेत्र में करियर बनाने की इच्छा रखने वाले व्यक्ति को ज्योतिष शास्त्र का पूर्ण ज्ञान प्राप्त करने के पश्चात ही किसी का भविष्य बताना चाहिए।