- 533208 परिसरो की जाँच की गई जांच
- 8072 प्रकरणों में चोरी पकडी गई, दर्ज हुई एफआईआर
- विद्युत विभाग एवं विजिलेंस की टीमों द्वारा छापेमारी जारी
मेरठ। एमडी पाॅवर के निर्देश पर पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लि (पीवीवीएनएल) द्वारा विद्युत चोरी रोकने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। अभियान में 455 हाई लॉस फीडरों को चिन्हित किया गया है।
विद्युत विभाग व विजिलेंस की टीमें लगातार औचक निरीक्षण कर छापेमारी की कार्यवाही कर रही हैं ताकि विद्युत चोरी पर अंकुश लगाया जा सके। अभियान की शुरूआत 19 मई से हुई थी जिसके अन्तर्गत अब तक 533208 परिसरों की जॉच की जा चुकी है। जिनमें से 8072 प्रकरणों में चोरी पकडी गई है। चोरी के विरूद्ध पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई गई है। अबतक 16974.90 लाख रू राजस्व की वसूली की गई है। अभियान का उद्देश्य लाईन हानियों को कम करना और उपभोक्ताओं को गुणवत्तावाली बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना है। साथ ही अवैध विद्युत उपयोग, लाईन-लांस एवं अनाधिकृत कनेक्शन पर सख्त कार्यवाही की जा रही है। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ पुलिस द्वारा कड़ी कानूनी कार्यवाही की जा रही है। अभियान में अब तक 405867 युनिट स्टोर्ड रीडिग पकडी गई जबकि 2428 प्रकरण गलत टैरिफ के पाए गए है। चोरी बाहुल्य क्षेत्रों में छापेमारी जारी हैं और अनाधिकृत रूप से विद्युत का उपयोग करने वालों पर नजर रखी जा रही है। यदि किसी उपभोक्ता द्वारा अनाधीकृत रूप से विद्युत का उपयोग किया जाता है तो उसे विद्युत चोरी की श्रेणी में माना जाऐगा साथ ही डिस्कांम द्वारा अवैध उपयोगकर्ता के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जाऐगी।
प्रबन्ध निदेशिका ईशा दुहन ने बताया कि अभियान आगे भी जारी रहेगा। उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि विद्युत चोरी रोकने में विभाग का सहयोग करें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना निगम के टोल फ्री नं0 1800-180-3002 या विद्युत हेल्प लाईन नं0 1912 पर तुरन्त दी जा सकती है।


