

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में प्रशासन ने अब तक का सबसे बड़ा फेरबदल करते हुए सैकड़ों कर्मचारियों के पटल स्थानांतरित कर दिए है। यह करवाई छात्र नेता विपिन चपराना द्वारा दायर आईटीआई के बाद की गई है, जिसमें खुलासा हुआ या कि विश्वविद्यालय के कई कर्मचारी पिछले 10 से 20 वर्षों से एक ही पटल पर कार्यरत है। इस मामले में विनीत चपराना ने राजभवन में शिकायत दर्ज कराई थी। राजभवन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विश्वविद्यालय को नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद कल देर रात बड़ी संख्या में कर्मचारियों के पटल में बदलाव किया गया। छात्र नेता विनीत चपराना का कहना है कि पहले विश्वविद्यालय में छात्रों से अवैध वसूली की जा रही थी। उनका मानना है कि इस पटल परिवर्तन से छात्रों को राहत मिलेगी और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी लड़ाई भ्रष्ट कर्मचारियों के खिलाफ है। हम आगे भी छात्रों के अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रखेंगे। सूत्रों के अनुसार, विश्वविद्यालय प्रशासन अगले सप्ताह और भी कर्मचारियों के तबादले कर सकता है, ताकि पूरे सिस्टम को पारदर्शी बनाया जा सकें।