

मेरठ में पंडित धीरेंद्र शास्त्री की हनुमंत कथा का शुक्रवार को चौथा दिन है। आज उन्होंने मंच पर आते ही हाथ जोड़कर सभी भक्तों का अभिनंदन किया और फिर जय जय सिया राम भजन गाया। आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि मेरठ में ऐसा लग रहा है, जैसे प्रयागराज का मेला लगा हो। धन्य है यहां के लोग जिन्होंने 1857 की क्रांति की। हमको विश्वास है कि हिन्दू राष्ट्र के लिए भी यहां से क्रांति होगी। हमें दुख है कि ज्यादा लोगों से मुलाकात नहीं हुइ, लेकिन आज हम लोगों से खूब मिले। एक बहन जी तो हमारी जेब फाड़कर ले गई। लेकिन, हम जेब में कुछ नहीं रखते। आगे कहा कि 2014-15 में कुछ मजहबी लोगों ने कहा था कि अभी तो हम 50 परसेंट हैं। तो वह सुन लें कि जिस दिन 50 परसेंट हो गए तो बता देंगे, हम कौन है। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि जहां बरसात नहीं होती है, वहां फसलें खराब हो जाती है। जहां संस्कार नहीं होता, वहां नस्ल खराब हो जाती हैं। आज से प्रण ले लो हिंदू एकता के लिए जिएंगे। आज हनुमंत कथा के चौथे दिन बाबा बागेश्वर धाम को सुनने के लिए 1 लाख से अधिक लोग पंडाल में जमा है।